Saturday, September 19, 2015

लड़की का फोन


                                        लड़की का फोन                                                                    
   एक बार एक लड़की का फोन मेरे मोबाइल में आया यह हमसे बड़े ही धीरे से मधुर आवाज में कहती है सर मै राधिका बोल रही हूँ। मैंने पूछा आप कहा से बोल रही हों  राधिका जी बोलती है मध्य प्रदेश की राजधानी से बोल रही हूँ। मै तो समझ गया कि राधिका जी को भोपाल बोलने से डर लगता है इसलिए वह बोल रही हैं ,कि मैं मध्य प्रदेश की राजधानी से बोल रही हूँ।  मैंने फिर से बोली आपके सतना की जो राजधानी है वहीं से बोल रही हूँ। मैंने कहा आप भोपाल से बोल रही है। तब राधिका ने कही  हाँ हाँ हाँ वही से ,मै भी थोड़ा मजाक के मुड में था मैंने फिर कहा मैडम जी आप कहा से बोल रही हैं। राधिका जी फिर बोलती हैं। वही जो आपने अभी कहा था। वही से बोल रही हूँ। मैंने कहा मैं क्या कहा था बताइये। राधिका जी फिर वही स्टाइल अपनाती हैं और कहती है ,मध्य प्रदेश की जो इन्दौर के आसपास शहर है वहीं से बोल रही हूँ। अब आप सोचिए भोपाल शब्द से कितना डर रही है राधिका जी अपनी हकलाहट को इतना छुपा रही है। जैसे जेल होने वाली है। राधिका जी आप भोपाल को भो भो भो भोपाल भी तो बोल सकती थी जरा बोल कर देखिये। दोस्तो 95 -99 % लोगों को हकलाहट इसीलिए होती है, क्योंकि वे हकलाहट को अपना दुश्मन मानते है। और लगातार इससे बचने का प्रयास करते हैं।  और बार बार हार जाते है। इसके बाद छुपाने और अन्दर ही अन्दर संघर्श के अलावा कुछ नही बचता इसीलिए आप हकलाते हैं। क्यों छुपाते हैं अपनी हकलाहट को दोस्तो यह सबसे बड़ा सवाल है। कि हम क्यों छुपाते है अपनी हकलाहट को!लोगों से, दोस्तों से, घर वालों से, अपने आप से भी, क्या वाकई में यह छुपाने योग्य विमारी है। क्या छुपाना ही समस्या का हल होता है क्या हमें 100 % छुपाने में सफलता हांसिल होती है। यदि नही तो इसका स्थाई समाधान क्या है इस सवालों का जबाब आगे आपको विस्तार से मिलेगा। इस सवालों का जबाब आगे आपको विस्तार से मिलेगा। दोस्तो हमारी सोच कुछ इस प्रकार से है। 
1 . हकलाना बहुत बेकार बीमारी है। 
2 . हकलाना गुप्त रोग है। इसे अधिक से अधिक छुपाया जाए।  
3 . यदि किसी को पता चल गया कि मैं हकलाता हूँ तब हमारी बेज्जती हो जायेगी लोग मेरा मजाक उड़ाएगे।  4 . हम हकलाने वाले लोग, लोगों की आँखो से बहुत परेशान हैं , हमें लगता है यदि आँखे मिला कर बोलूँगा तो सामने वाला व्यवित मेरी हकलाहट के ब्लकेज को देख लेगा और हमारी बेज्जती हो जाएगी। 
5 . यदि मै नही हकलाता तो आज बहुत आगे होता !कोई काम अधिक ले ले, कम पेमेन्ट दे दे , गाली भी सहन कर सकता हूँ। पर बोलने का काम मैं नहीं कर सकता !                                                                                          

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