हकलाना एक पागल कुत्ता के जैसे है दोषतो हम हकलाना को एक पागल कुत्ता मानते है इसको देखते ही हम भागने का प्रयास करते है और यह हमको भगाने का या काटने का पूरा प्रयास करता है \ हम भाबित होकर भागने लगते है की कही यह कुत्ता हमको कट न ले \ दोषतो आप को अनुभव तो होगा ही की यदि कुत्ता आप के पीछे पड़ा है और आप भाग रहे है तो कुत्ता आप को अवश्य कट लेगा / लेकिन लेकिन आप यदि हिम्मत करने कुत्ते के सामने खड़े हो जाये और शु शु शु …………. … या शीटी बजाते रहे तो कुत्ता अपने आप धीमा हो जायेगा और यदि आप थोडा और कुत्ते के समे शिटी बजाते रहे तो कुत्ता आप का दोश्त भी बन सकता है नहीं बन जाता है , हा ये बात जरुर है की कुत्ते के सामने खड़े होने के लिए आप को हिम्मत करनी पड़ेगी, टेक्निक यूज़ करना और यदि आप ने कुत्ते से एक बार दोषती करलिये तो वह आप का साथ
ठीक यही है हकलाना, आप हक्लना को कुत्ता मानते है और इस से डरते है , भागते है , बचने का प्रयास करते है , हे भगवन यह न आये , ऐसा सोचते है हकलाने वाले , जितना भागते है उतना अधिक यह परेसान करता है
मेरा आप सब से अनुराध है की हकलाहट को दोषत बनाने वाली मेथड यूज़ कीजिए,