Saturday, April 25, 2009

STAMMMERING = हकलाना हिन्दी

HOW TO STOP STAMMERING
हकलाना को स्वाविकार करना चाहिए ,मै कई वर्षो तक हकलाने वालो के साथ कार्य किया और पाया की ये लोग हकलाना को स्वाविकार नही करते है और हमेशा छुपाने की कोशिश करते है आपने आप से ,अपने दोषतो से ,अपने माता पिता से , यहाँ तक की हर किसी से ,मैभी इसी लाइन में चल रहा था , मुझे लगता था की यदि कोई मेरी हकलाहट को जान गया तो मेरी मजाक उडाएगा और मै आंखे नीचे करके बात करने लगा ,जितना ठीक करने का प्रयाश करता उतना मेरी हकलाहट बढरही थी मै आप को मेरी जीवन की कुछ घटनाये बताता हु |
०१-एक बार मुझे सतना से पटना रेलवे की परीक्षा देने जारहा था ,जैसे ही सतना रेलवे की टिकिट खिड़की में पंहुचा वैसे ही मेरी धड़कन तेज हो गई और मै लाइन में डरते हुआ खड़ा हुआ जब मेरा नंबर आया तब मै बोला पपपपपा ----------अपपप -------रुक गया ,पीछे वाले ने धक्का दिया मै लाइन के बहार हो गया | दूसरी बार फिर हिम्मत किया फिर पपपपपपपप ------अपपपप रुक गया उस के बाद टिकिट नही ले पाया , उस समय मै अपने आप को बहुत गाली दिया और नेगटिव बाते मन में आप चालू हुई
०२- अक्शर क्लास रूम में जब हिन्दी की क्लास होती थी तब मुझे खड़ा किया जाता था और बुक पढने के लिए सर बालते थे ,अब जब मै पड़ता तब ओठ ऐसे चिपकता जैसे गोद लगाकर चिपकाते है , कोई भी अक्षर बहार नही आता
तब सभी लड़के तली बजाते और बोलते सर गाड़ी आगे नही जाएगी ,गयर चेंज कीजिये और सर मेरी पिटाई करते , पिटाई का मतलब गयर चेंज हो गया |