Friday, December 4, 2009

हकलाने की दवाई होती है क्या ?


आप सब लोगो  को बड़ी  बेताबी से  हकलाहट की  दवाई खोजते नजर आते  मै  देखता हु |  पहले  मै भी ,यही  सोचता  था  की  कोई न कोई दवाई तो अवश्य  होगी  जो हमारी हकलाहट को ठीक कर देगी,कई डाक्टरों को हकलाहट के  इलाज के लिए जाता  था जैसे ही मन में आता की अब बोलना है की मै हकलाता हु,  वैसे ही डर बोलता की- तुम्हारी बदनामी होगी मत कहो' डाक्टर   हँसेगे, और मै बोलता की डॉक्टर  साहब मुझे बुखार आती है ,   दवाई लेता और  चला आता, एक बार हद तब हो गई जब मुझे बिना बुखार के, सूजी लगवानी पड़ी
दोषतो आप को हकलाहट की दवाई अवश्य मै दुगा  जो मैंने खाई थी  वह दवाई है विचारो को बदलने की ,थोडा थोडा डेली अपने  आप को बदलने की ,हकलाहट को स्वाविकार करने की , ठीक बोलने की कोशिश करने की ,यदि आप केवल  थोड़ी  सा प्रयास करेगे , आपने आप को बदलने की, तो आप पायेगे की, आप तो थोड़ी प्रयास कर रहे है  लेकिन  भागवान आप को अधिक फल देगा |  यहाँ मै कुछ बाते लिखता हु जो आप को सफलता अवश्य दिलाएगी
1- मुझे  हमेशा याद रखना  चाहिए की मै तनाव मुक्त्य ,निडर  आत्मा विश्वाशी आराम से बोलने  वाला  आदमी हु |
२- आदत को सुधारना है  थोडा अ आप को स्पीड धीमी करनी होगी | मै यहाँ पर एक बात कहुगा की हकलाने वाले लोग यह मानते ही नहीं की मै अधिक स्पीड से बोलता हु ,या जानते ही नहीं है की अनियंत्रित स्पीड हमारी हकलाहट का एक कारण है |
हम सबको थोडा सा स्पीड कम करना चाहिए ,बहुत से लोग कहते है की मै धीरे नहीं बोल सकता | मै आप से यह नहीं कह रहा हु की आप बिलकुल धीमा गाने जैसा बोलो ,लेकिन इतना कण्ट्रोल करो की आप के स्पीच ओरगन सही वर्क कर सके ,आप को बोलने का मौका मिले ,आप को सोचने का मौका मिले , आप की आवाज सुनने वालो को समझ में आनी चाहिए | अब सवाल यह है  की मै कितना धीमा बी बोलु , आप स्याम अपनी आवाज सुनो ,और जो स्पीड आप को सुनने ,समझने  में ठीक लगे वाही आप की सही स्पीड होगी ,प्रारंभ में आप थोडा और धीमा बोले तो बेहतर होगा ,लेकिन गाने जैसा नहीं बोलना चाहिए |
जब आप धीमा बोलने की कोशिश करेगे तो प्रारंभ में थोडा अटपटा लगेगा क्योकि आप अधिक स्पीड बोलने के आदि है| आप के मन में कुछ नेगतीवे विचार भी आयेगे जैसे मै कब तक धीमा बोलूगा , इतनी देर मेरी बात कौन सुनेगा , मै अभी नहीं बाद में धीरे बोलूगा , अभी यहाँ एसे ही बोलता हु बाद में सुधारुगा , सभीलोग तो स्पीड ही बोलते है वह क्यों नहीं अटकते है ,मै ही क्यों अटकता हु 
हमको  कुछ बदलना पड़ेगा ,अपने आप को ,विचारो हो , स्पीच ओरगन के वोर्किंग करने के तरीको को , एक फ़ॉर्मूला याद आता है
                                     चेंज ( अपने आप को )               =                सुधार ( आप की स्पीच में )
                                    १  स्पीड कण्ट्रोल                            २- आप की स्पस्ट  आवाज आयेगी 
                                   २ -स्पीच ओरगोन                           २-  चेहरा में सिकुडन ख़त्म होगी 
                                   ३- हकलाना को स्वबिकर करो          ३-  डर दिमाग से निकलेगा 
                                   ४-  ध्यान से दुसरो की बात सुनो      ४= अंसार  देने ,और प्रशन पूछने का मनोबल बढेगा
                             ५- स्माल स्माल वाक्य उपयोग करना     ५=लम्बे समय तक बात कर सकते हो

  

Monday, July 13, 2009

सतना स्टेमेरिंग असोसीएसन

सतना चेप्टर में आप सबका स्वागत है ,यह ऐसे लोगो का असोसीएसन है जिसे वाणी दोष् तुतलाना हकलाना ,नाक से बोलना ,या अस्पस्ता आवाज की समस्या है , इस असोसीएसन का उदेश निम्न लिखित है
१- वाणी दोष् से पीड़ित लोगो की हर सम्भव मदत एवं जागरूपता प्रदान,करना
२- समाज और वाणी दोष् से पीड़ित लोगो के बीच मित्र भावः के सम्बन्ध बानाने में मदत करना

३- ऐसा पलट फॉर्म तैयार करना जिसमे सभी हकलाने वाले लोग आपनी बात, दुःख ,दर्द ,अनुभव ,आपस में बाटसके






Saturday, April 25, 2009

STAMMMERING = हकलाना हिन्दी

HOW TO STOP STAMMERING
हकलाना को स्वाविकार करना चाहिए ,मै कई वर्षो तक हकलाने वालो के साथ कार्य किया और पाया की ये लोग हकलाना को स्वाविकार नही करते है और हमेशा छुपाने की कोशिश करते है आपने आप से ,अपने दोषतो से ,अपने माता पिता से , यहाँ तक की हर किसी से ,मैभी इसी लाइन में चल रहा था , मुझे लगता था की यदि कोई मेरी हकलाहट को जान गया तो मेरी मजाक उडाएगा और मै आंखे नीचे करके बात करने लगा ,जितना ठीक करने का प्रयाश करता उतना मेरी हकलाहट बढरही थी मै आप को मेरी जीवन की कुछ घटनाये बताता हु |
०१-एक बार मुझे सतना से पटना रेलवे की परीक्षा देने जारहा था ,जैसे ही सतना रेलवे की टिकिट खिड़की में पंहुचा वैसे ही मेरी धड़कन तेज हो गई और मै लाइन में डरते हुआ खड़ा हुआ जब मेरा नंबर आया तब मै बोला पपपपपा ----------अपपप -------रुक गया ,पीछे वाले ने धक्का दिया मै लाइन के बहार हो गया | दूसरी बार फिर हिम्मत किया फिर पपपपपपपप ------अपपपप रुक गया उस के बाद टिकिट नही ले पाया , उस समय मै अपने आप को बहुत गाली दिया और नेगटिव बाते मन में आप चालू हुई
०२- अक्शर क्लास रूम में जब हिन्दी की क्लास होती थी तब मुझे खड़ा किया जाता था और बुक पढने के लिए सर बालते थे ,अब जब मै पड़ता तब ओठ ऐसे चिपकता जैसे गोद लगाकर चिपकाते है , कोई भी अक्षर बहार नही आता
तब सभी लड़के तली बजाते और बोलते सर गाड़ी आगे नही जाएगी ,गयर चेंज कीजिये और सर मेरी पिटाई करते , पिटाई का मतलब गयर चेंज हो गया |

Wednesday, April 22, 2009

हकलाना

हकलाना हमारे सामाजिक जीवन हमेशा कही न कही दिखाई पड़ता है हलने वाले लोग किसी कारन से सामान्य तौर से नही बोल पते है हकलाना आम तौर पर बचपन से ही प्रारम्भ होता है यह रोग किस कारन से होता है इसका अभी तक सही पता ही नही लगाया जा सका है ,कुछ सामान्य कारन है जिससे हकलाना अधिक देखा गया है
१- किसी हकलाने वाले की नक़ल करने से
२-किसी से डर डर कर अधिक समय तक रहने से
3-किसी लम्बी बीमारी ,एक्सीडेंट से
४- कमजोर आई क्यू से
५ बचपन में लंबे समय तक बच्चे का घर में अकेले रहने से
६- किसी हीनभावना के आजाने से

Monday, April 13, 2009

अपने आप को धोखा

मै अपने आप से २६ वर्ष तक यही कहता था
१- मेरे आलावा कोई नही हकलाता है
२- मेरे जीवन में हकलाना ही लिखा है
३- मै कई स्पीच थेरापिस्ट ,ई एन टी डॉक्टर को दिखा दिखा कर हार मान गया हु अब मेरी लाइफ बेकार है मै इसी प्रकार हकला हकला कर ,घुट घुट कर जिउगा ,हे भगवन कोई तो दवाई बताओ ,कुछ तो उपाय करो की मै ठीक हो जाऊ ,
४- हकलाना मेरा सबसे बड़ा दुसमन है यह इंटर वियु में फ़ैल करता है ,बात करने में प्रोब्लम पैदा करता है ,आँखों को मिला कर बात करने का आत्मा विश्वास तोड़ता है | ओंठ ,जीभ ,दन्त ,स्पीच ओरगन को हार्ड कर देता है | यदि मेरी हकलाहट ठीक होजयतो मै सारे कामो में सफल हो जाउगा |
५-बोलने के पहले ही मै हार मान लेता था, आपने आप से कहने लगता था की नही नही नही मै नही बोल पाउगा |
और मै नही बोल पता था
६- मेरी आंखे कभी अधिक खुल जाती , तो कभी बिल्कुल चिपक जाती ,कभी ओंठो में पेस्ट लग जाता और चिपक जाते ,तो कभी इतना खुल जाते की बंद ही नही होते मै बंद करने का प्रयास करता ओंठ और अधिक खुल जाते ,मै परेसान होता की कभी ओंठ चिपक जाते है तो कभी बंद ही नही होते , हे भगवन मुझे कोई तो रास्ता बताओ मेरे ओंठ सही ढंग से ओपन क्लोस हो सके प्ल्ज़ हेल्प में गोड़.........
७- प, फ ,ब, , म , ये अक्षर थे जो मेरे दुश्मन थे जब की प्र, ब्रा, क्र,त्र ,म्र ..... इसी प्रकार के अन्य अक्षर मेरे जानी दुसमन थे मेरा नम भी बी या वि से चालू होता था मै इतना डरता था की यदि कोई मेरा नाम पूछ ले वही सबसे बड़ा दुश्मन होता था हे भगवन इसके पास जारहा हु ,यह मेरा नाम ना पूछे तो मै कल एक नारियल अवश्य तोडुगा हे भगवन प्ल्ज़ नाम मत पुछ्वाना प्ल्ज़ प्ल्ज़ प्ल्ज़ ........|
८-पापा और अंकल से मै बहुत डरता था | मेरी लाइफ में इनके द्वारा बहुत प्रताड़ित किया गया ,मै यह तो आज भी नही जान सका की उनका इस प्रकार डाटना उचित था या अनुचित पर मेरे मन में दिमाग में आज भी इनका खौफ बैठ गया है | आज भी यदि ये लोग बुलाते है तो लगता है की कोई कोर्ट का जज बुला रहा है पता नही कौन सी सजा दे दे | मै आज भी भगवन से प्राथना करता हु की इनका सामना नही हो ,डर पापा अंकल से नही लगता ,इनके द्वारा किए गए पिछेले व्यव्हार से ,बातो से , लक्षण से डर लगता है
८-

Friday, April 3, 2009

आई बी एन ७ मे हकलाना

दिनाक पॉँच अप्रेल2009दिन रविवार (समय रात्रि आठ जिंदगी लाइव के अंतर्गत) को हकलाहट को ठीक करने के लिए कौन कौन से तरीके है ,इसको कैसे ठीक करसकते है , इस पर टी बी चेनल "आई बी एन सात" पर एक प्रोगाम प्रसारित किया जा रहा है समस्त हकलाने वालो से मैअनुरोध करता हु की इसे अवश्य दिखिये और पयदा लीजिये
http://ibnlive.in.com/videos/video_streaming.php?type=ibn7
यहाँ से सीधे देख सकते है
आज दिनाक पॉँच अप्रैल २००९ को "आई बी एन ७ " टी वी चेन्नल पर हकलाना के बारे में दिखाया गया
इसे सारे भारत में ही नही बल्कि इन्टरनेट और सेट लाइट के द्वारा सारे वर्ल्ड ले लोग देखे ,मेरे पास बहुत सारे लोगो हकलाना के बारे में आपने आपने विचार भेजे है
सूरज स्टेमरिंग केयर सेंटर
संथोम स्कूल के पास सतना रोड
मैहर जिला सतना म .प्र
०७६७४२३४३९२ ,०९३००२७३७०३

Monday, March 23, 2009

मैहर शहर


Jai Maa Sharda Maihar vali mata
मैहर शहर नेशनल हाई वे-"सात" से जुड़ा है ,माँ शारदा की नगरी है इस लिए मध्य प्रदेश शाशन ने इस शहर को पवित्र नगरी घोषित किया है ,रेल मार्ग से मुंबई > भुसावल > नासिक >खंडवा >इटारसी > जबलपुर >कटनी > मैहर < सतना< मानिकपुर< इलाहाबाद < वाराणसी मार्ग में स्थित है इलाहाबाद से २१२ किमी ,जबलपुर से १६०किमि ,सतना से ३६किमि ,भोपाल से ५५६ किमी डेल्ही से ७०० किमी है यह सतना जिला में है | राज्य मध्य प्रदेश है | यहाँ पर बहुत सीमेंट फैक्टरी है ,माँ सरदा का मदिर पहाड़ में बड़े ही रोचक ,सुंदर पवित्र बना है ,माँ शारदा के दर्शन के लिए पुरे भारत से लोग यहाँ आते है , इसके आस पास और अनेको मन्दिर है ,जैसे ओइला मदिर ,बड़ी माई,बाबा तालाब,बड़ा अखाडा ,गोला मैथ आदि ,यहाँ पर रेलवे स्टेशन है बहुत सी गाड़िया रूकती है जैसे
महागागरी ,पवन ,कशी ,मेल ,जनता ,महाकौशल ,रेवांचल ,शिप्रा ,पटना पुणे ,सारनाथ ,कामायनी ,जबलपुर -रेवा पसिंजर ,इटारसी -सतना ,बिलासपुर -जबलपुर , इटारसी -इलाहाबाद ,चित्रकूट एक्स प्रेस ,आदि ,