बच्चो में हकलाने के लिए जिस किस्म की मदद की आवश्यकता होती है वह प्रशिक्षित बिशेश्ग्य ही दे शकता ही लेकिन यदि माता पिता कुछ सावधानिया रखे तो काफी हद तक हकलाहट से मुक्ति पाईजा सकती है
१- यदि बच्चा अटक रहा है तो उसे दातेफटकार न करे बल्कि उसकी बात को ध्यान से सुने और बच्चे को बोलने के लिए उत्साहित करे ,उसे बोलने के लिए पुरा मौका दीजिए ,उसकी बात स्वयं पुरी मत कीजिए ,
२- बच्चो को यह कभी मत बोलिए की " जल्दी बोलो " क्योकि जल्दी बोलना ही हकलाना है
३- एक समय में प्रतेक व्यक्ति एक ही अक्षर बोलता है , एक समय में ,एक साथ ,एक से अधिक अक्षर बोलना ही हकलाहट है
एक एक अक्षर पढ़े, जाने ग्रन्थ विचार
पेड़ पेड़ जो चालत है, पहुचत कोस हजार
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